माला में 108 मनके ही क्यों होते हैं?
02 Jan
ज्योतिष के अनुसार ब्रह्मांड को 12 भागों में विभाजित किया गया है। इन 12 भागों के नाम
- मेष,
- वृष,
- मिथुन,
- कर्क,
- सिंह,
- कन्या,
- तुला,
- वृश्चिक,
- धनु,
- मकर,
- कुंभ
- मीन
इन 12 राशियों में नौ ग्रह
- सूर्य
- चंद्र
- मंगल
- बुध
- गुरु
- शुक्र
- शनि
- राहु
- केतु
विचरण करते हैं।
अत: ग्रहों की संख्या 9 का गुणा किया जाए राशियों की संख्या 12 में तो संख्या 108 प्राप्त हो जाती है।
12 राशियां ×9 ग्रह=108*
108 संपूर्ण ब्रह्मांड का प्रतिनिधित्व करती है।
एक अन्य मान्यता के अनुसार ऋषियों ने में माला में 108 दाने रखने के पीछे ज्योतिषी कारण बताया है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुल 27 नक्षत्र बताए गए हैं। हर नक्षत्र के 4 चरण होते हैं और 27 नक्षत्रों के कुल चरण 108 ही होते हैं। माला का एक-एक दाना नक्षत्र के एक-एक चरण का प्रतिनिधित्व करता है।
27 नक्षत्र ×4 चरण=108
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